भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का VISITOR'S CONFERENCE – 2023 के समापन सत्र में सम्बोधन
इस राष्ट्रीय महत्व के conference के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर मैं शिक्षा मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान जी तथा उनकी पूरी टीम को तथा सभी प्रतिभागियों को बधाई देती हूं।
इस conference की theme और सभी पांच sub-themes हमारे देश और पूरे विश्व समुदाय के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। विषय वस्तुओं के चयन के लिए इस प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों की मैं सराहना करती हूं।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का VISITOR'S CONFERENCE - 2023 के उद्घाटन सत्र में सम्बोधन
देश के प्रमुख शिक्षण संस्थानों को नेतृत्व प्रदान करने वाले आप सभी प्रतिभागियों के साथ संवाद करने के इस अवसर पर मुझे विशेष प्रसन्नता हो रही है। इस सम्मेलन की परिकल्पना और आयोजन के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान जी और उनकी पूरी टीम की मैं सराहना करती हूं।
Visitor's Awards से सम्मानित किए गए सभी विजेताओं को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। विशेषज्ञता के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए मैं सभी Awardees की प्रशंसा करती हूं।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय विद्या भवन नागपुर के सांस्कृतिक केन्द्र के उद्घाटन के अवसर पर सम्बोधन
आज भारतीय विद्या भवन के सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करके मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मैं इस सांस्कृतिक केंद्र के निर्माण और भारतीय विद्या भवन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। महाराष्ट्र राज्य और नागपुर शहर भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपरा के प्रमुख केन्द्र रहे हैं। इस केन्द्र की स्थापना से भारतीय विद्या भवन द्वारा भारतीय संस्कृति के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गोंडवाना विश्वविद्यालय, गढ़चिरौली, महाराष्ट्र के 10वें दीक्षांत समारोह में सम्बोधन
गोंडवाना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के अवसर पर आज आप सभी के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। राष्ट्रपति बनने के बाद महाराष्ट्र की यह मेरी पहली यात्रा है। महाराष्ट्र की इस पावन धरती पर आकर मुझे बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। यह मेरे लिये विशेष प्रसन्नता का विषय है कि महाराष्ट्र की इस यात्रा का मेरा पहला कार्यक्रम युवा पीढ़ी से जुड़ा यह दीक्षांत समारोह है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान की स्थापना के 75वें वर्ष के अवसर पर सम्बोधन
ICAI के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर आप सभी के साथ जुड़कर मुझे खुशी हो रही है। यह वास्तव में सुखद है कि आपका यह उत्सव देश की गौरवशाली यात्रा के साथ भी जुड़ा है। आप सब आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दौरान यह स्थापना दिवस मना रहे हैं।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का PVTGS के कार्यक्रम में सम्बोधन
आप सभी जनजातीय भाई-बहनों का राष्ट्रपति भवन परिसर में हार्दिक स्वागत है। यह राष्ट्रपति भवन परिसर सभी देशवासियों का है। इसे आप अपना ही समझिए।
मुझे यह बताया गया है कि आप में से कई भाई-बहन ऐसे हैं जो पहली बार जंगल और गांव से बाहर निकले हैं और शहर में आए हैं। आप सभी से मिलकर मुझे बहुत अधिक खुशी हुई है।
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय दूतावास द्वारा भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों के लिए आयोजित स्वागत समारोह में संबोधन
मैं भारत की सरकार और जनता की ओर से आप सभी का हार्दिक अभिवादन करती हूं।
मैं स्मरणीय इतिहास से पूर्ण देश Serbia, और खूबसूरत Belgrade में आकर बहुत खुश हूं। यह मेरी Europe की पहली राजकीय यात्रा भी है।
इस दौरे पर मेरे साथ राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति जी, सांसद श्रीमती रमा देवी जी, और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी आए हैं।