भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गोवा विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गोवा विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

गोवा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आज आप सब के बीच उपस्थित होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। युवा पीढ़ी के बीच आकर मुझे सदैव प्रसन्नता होती है।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन।

सबसे पहले, मैं आप सब को इस प्रतिष्ठित सेवा में चयनित होने पर बधाई देती हूं। इस सेवा में आपको जल संसाधन के महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा। आप ऐसे समय में सेवा में शामिल हुए हैं जब भारत अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। इसी समय भारत G20 की अध्यक्षता भी कर रहा है और दुनिया नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रही है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गोवा सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन

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मैं बहुत प्रसन्न हूं क्योंकि राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद, गोवा आकर यहां के भाई-बहनों से मिलने की मेरी इच्छा आज पूरी हो रही है। मैं गोवा के 15 लाख निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। जिस उत्साह और प्रेम के साथ आप सबने मेरा स्वागत किया है उसके लिए मैं हृदय से धन्यवाद व्यक्त करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन

आदि-शक्ति मां कामाख्या के आशीर्वाद से सम्पन्न इस पावन भूमि को मैं प्रणाम करती हूं।

भारत माता के परमवीर पुत्र, महानायक लासित बड़फुकन की इस वीर-स्थली को मैं नमन करती हूं।

आज असम के आप सब भाई-बहनों-युवाओं ने अद्भुत उत्साह और स्नेह से परिपूर्ण स्वागत करके मेरे हृदय को छू लिया है। आप सब के असाधारण स्नेह की याद मेरे मन-मस्तिष्क में सदा अंकित रहेगी।ऐसे अनुपम स्वागत के लिए मैं आप सबको हार्दिक धन्यवाद देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का AWWA द्वारा आयोजित ‘अस्मिता’ कार्यक्रम में सम्बोधन

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सबसे पहले मैं सभी देशवासियों की ओर से समस्त ‘वीर नारी’ बहनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती हूं। मुझे यह जानकर संतोष हुआ है कि वीर-नारी बहनों के कल्याण के लिए ‘आह्वान’ नामक योजना चलाई जा रही है। इसके लिए मैं ‘आवा’ की विशेष सराहना करती हूं।

जिन बहनों को आज अस्मिता Icons के रूप में सम्मानित किया गया है, उनकी मैं विशेष सराहना करती हूं।

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विंध्यगिरि के जलावतरण समारोह में संबोधन

ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA, SMT DROUPADI MURMU AT THE LAUNCH CEREMONY OF VINDHYAGIRI

मैं, विंध्यगिरी के जलावतरण के अवसर पर यहां आकर बहुत प्रसन्न हूं। यह आयोजन भारत की सामुद्रिक क्षमताओं के संवर्धन की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है। विंध्यगिरि स्वदेशी जलयान निर्माण के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में भी बढ़ाया गया एक कदम है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में सम्बोधन (HINDI)

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का बाबासाहेब भीमरावयह मेरे लिए हर्ष का विषय है कि आज मुझे डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के नाम पर स्थापित बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। मैं आज डिग्री,पुरस्कार और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देती हूं। मैं इस विश्वविद्यालय के स्वच्छ और हरित परिसर से बहुत प्रभावित हूं।मुझे यह देखकर प्रसन्नता हु

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