भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के 52वें दीक्षांत समारोह एवं शताब्दी वर्ष समापन समारोह में सम्बोधन

मुझे आज पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ के दीक्षांत समारोह तथा शताब्दी-वर्ष-समापन-समारोह में भाग लेकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। आज degree प्राप्त करने वाले आप सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देती हूं। Medal प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं विशेष बधाई देती हूं।

इस अवसर पर मैं आप सबके माता-पिता और अभिभावकों को भी बधाई देना चाहती हूं जो आपकी अब तक की यात्रा में आपके संबल रहे हैं। इस दीक्षांत समारोह के आयोजन के लिए मैं संकाय सदस्यों, कॉलेज प्रशासन, और सक्रिय योगदान देने वाले अन्य सभी लोगों की सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन

राष्ट्रपति का पद भार संभालने के बाद पहली बार आप सब के बीच यहां चंडीगढ़ में आकर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। चंडीगढ़ के भाई-बहनो के स्नेह और उत्साह-पूर्ण स्वागत के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं।

सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में आज ‘वायुसेना दिवस’ से जुड़े विशेष कार्यक्रम में भाग लेकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। हमारे सशस्त्र बलों के लिए पंजाब और हरियाणा के बहादुर सैनिकों का सदैव महत्वपूर्ण योगदान रहता है।

शिवालिक पहाड़ियों की गोद में बसा ‘City Beautiful’ चंडीगढ़ शहर देश की पहली planned-city है। यह सुंदर शहर urban planning और modern architecture का एक श्रेष्ठ उदाहरण है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गुजरात विश्वविद्यालय के HERSTART स्टार्ट-अप प्लैटफ़ार्म के उद्घाटन और गुजरात सरकार के ट्राइबल डेवलपमेंट और शिक्षा से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर सम्बोधन

गुजरात के सबसे पुराने और सबसे बड़े इस विश्वविद्यालय में आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। गांधी जी और सरदार पटेल के सपनों के अनुसार वर्ष 1949 में स्थापित यह विश्वविद्यालय अनेक मानकों पर गुजरात और पूरे देश में अग्रणी स्थान रखता है। गुजरात विश्वविद्यालय के लिए यह गर्व की बात है कि न केवल भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी बल्कि भारत के अन्तरिक्ष कार्यक्रम के जनक, डॉक्टर विक्रम साराभाई, ISRO के पूर्व-प्रमुख, डॉक्टर के. कस्तूरी रंगन और भारत के गृह मंत्री, श्री अमित शाह भी इस university के पूर्व छात्र रह चुके हैं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गुजरात में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने और राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर सम्बोधन

राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार आप सबके बीच यहाँ गुजरात में आकर प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। आप सभी की कुशलता के लिए प्रार्थना करती हूं।

इस कार्यक्रम में आने से पहले मुझे साबरमती आश्रम में कुछ समय बिताने का अवसर मिला। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन और आदर्श आज मानवता के लिए और भी अधिक प्रासंगिक है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का स्वच्छ भारत दिवस 2022 कार्यक्रम में सम्बोधन

नमस्कार!

आप सभी को गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!

आज सुबह ही महात्मा गांधी के स्मारक-स्थल राजघाट पर मैंने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। गांधी जी की याद से जुड़े किसी भी स्मारक-स्थल पर जाना एक तीर्थ यात्रा जैसा होता है। उनके विचार शाश्वत हैं। सत्य और अहिंसा की तरह स्वच्छता पर भी उनका आग्रह था। उनके जन्मदिन को ‘स्वच्छ भारत दिवस’ के रूप में मनाना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह 2022 में सम्बोधन

1. 'स्वच्छ भारत मिशन' से जुड़े इस अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आप सबके बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मैं आज पुरस्कार प्राप्त करने वाले शहरों के नागरिकों, सफाई-मित्रों तथा स्थानीय प्रशासन को बधाई देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के अवसर पर सम्बोधन

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में पुरस्कृत सभी विजेताओं को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। भारतीय सिनेमा को असाधारण योगदान देने वाली आशा पारेख जी को ‘दादा साहब फाल्के पुरस्कार’ दिये जाने परमैं उन्हें विशेष तौर पर बधाई देती हूं। आशा पारेख जी ने दर्शकों का असीम प्रेम अर्जित किया। उनकी पीढ़ी की हमारी बहनों ने अनेक बंधनों के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई। आशा जी का सम्मान, अदम्य महिला शक्ति का सम्मान भी है।‌

फिल्म का निर्माण टीम-वर्क तथा कठिन परिश्रम के बल पर ही संभव हो पाता है। इसलिए पुरस्कृत फिल्मों की टीम के सभी सदस्यों को मैं बधाई देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन

तायी भुवनेश्वरीया मक्कलाद, समस्त कन्नडिगरिगे, नन्ना, हृदयपूर्वक नमस्कारगलू!

भारत के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद, स्वदेश में अपनी पहली यात्रा पर मैं कर्नाटक के आप सभी भाई-बहनों के बीच आई हूं। कल मुझे मैसुरु में देवी चामुंडेश्वरी का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। मेरी यह यात्रा माता चामुंडेश्वरी की कृपा से तथा कर्नाटकवासी भाई-बहनों के स्नेह के कारण संभव हुई है। अपनी इस यात्रा के लिए तथा आज के इस अभिनंदन के लिए राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत जी, मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई जी तथा कर्नाटक के सभी भाई-बहनों को मैं धन्यवाद देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हुबली-धारवाड़ में आयोजित ‘पौर सम्मान’ समारोह के अवसर पर संबोधन

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आज, हुबली-धारवाड़ twin citiesमेंआप सबके बीचआकरमुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।

ये दोनों शहर,कर्नाटक ही नहीं बल्कि पूरे भारत के गौरवशाली इतिहास का हिस्सा हैं और भारत के सांस्कृतिक मानचित्र पर इनकी उपस्थिति उल्लेखनीय रही है। ऐसे महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक नगर का निवासी होने के लिए मैं आप सबको बधाई देती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मैसुरु दशहरा उत्सव के उद्घाटन के अवसर पर सम्बोधन

देवी चामुंडेश्वरीगे, नन्ना, मनपूर्वक, नमस्कारगलू!

येल्ला सहोदरा, सहोदरीयरिगे, नन्ना, हृदयपूर्वक, नमस्कारगलू!

मैं, देवी चामुंडेश्वरी को, श्रद्धापूर्वक नमन करती हूं:

जय त्वं देवि चामुण्डे, जय भूतार्तिहारिणि।

जय सर्वगते देवि, कालरात्रि नमोSस्तुते॥

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