भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद - राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के 19वें दीक्षांत समारोह पर सम्बोधन

आज National Dairy Research Institute (NDRI) के दीक्षांत समारोह में यहाँ उपस्थित होकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मेरा मानना है कि यह क्षेत्र डेयरी और उससे जुड़े उत्पादों के अनुसंधान के लिए उपयुक्त स्थान है। हरियाणा के लोग बड़े गर्व से कहते हैं - "दूध-दही का ख़ाना, म्हारा देश हरियाणा!” पंजाब और हरियाणा के किसानों ने हरित क्रांति के साथ-साथ श्वेत क्रांति की सफ़लता में भी विशेष भूमिका निभाई है। मैं सभी किसानों को नमन करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के 25वें दीक्षांत समारोह में संबोधन


आज इस विश्वविद्यालय के 25वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर आपको संबोधित करते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। दीक्षांत समारोह केवल डिग्री, पुरस्कार और पदक प्रदान करने का एक अवसर ही नहीं है बल्कि अर्जित क्षमताओं के माध्यम से नई चुनौतियों को स्वीकार करने और अपने सपनों को साकार करने के लिए, संकल्प लेने का अवसर भी है। आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं और आपके सुखद भविष्य की कामना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का IIIT रांची के दूसरे दीक्षांत समारोह में(HINDI)

Indian Institute of Information Technology, रांची के दीक्षांत समारोह क अवसर पर आज आप सब के बीच आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। मैं इस Institute of National Importance से आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी 109 विद्यार्थियों और पदक विजेताओं को हार्दिक बधाई देती हूं। मुझे यह देखकर विशेष प्रसन्नता हुई है कि कुल 10 medal और शील्ड विजेताओं में से 8 छात्राएं हैं। छात्राओं की यह उपलब्धि विशेष इसलिए भी है क्योंकि कुल विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या बहुत कम है फिर भी उन्होंने 80 प्रतिशत medal और शील्ड प्राप्त किये हैं। में सभी छात्राओं को बहुत बधाई देती हूँ। मैं इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों के

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का महिला सम्मेलन में सम्बोधन (HINDI)

खूंटी की इस पवित्र धरती पर आकर मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं। पिछले वर्ष, 15 नवम्बर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाने और उनकी प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मुझे मिला था। सभी देशवासियों की ओर से, मैं भगवान बिरसा की जन्म-स्थली तथा क्रांतिकारियों की बलिदान-स्थली खूंटी की इस पवित्र धरती को नमन करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का झारखंड राज्य सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन (HINDI)

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झारखंड की इस धरती को मैं प्रणाम करती हूँ। आप सबके स्नेहपूर्ण स्वागत ने मुझे भाव-विभोर कर दिया है। उत्साह से भरे ऐसे स्वागत के लिए मैं राज्यपाल महोदय, मुख्यमंत्री महोदय, राज्य सरकार की पूरी टीम और झारखंड के सवा-तीन करोड़ से अधिक निवासियों को दिल से धन्यवाद देती हूं।

कंबोडिया नरेश महामहिम नोरोडोम सिहामोनी के सम्मान में आयोजित भोज में भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण (HINDI)


भारत के लोगों, सरकार, और अपनी ओर से, मैं महामहिम नरेश नोरोडोम सिहामोनी और आपके प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक और सौहार्द पूर्ण स्वागत करती हूं।

भारत की आपकी पहली यात्रा का विशेष महत्व है। आपके दिवंगत पिताजी, महाराज नोरोडोम सिहानोक लगभग छह दशक पहले, इसी राष्ट्रपति भवन परिसर में पधारे थे। उस समय के भारतीय नेतृत्व के साथ उनके विश्वास और दोस्ती के संबंधों ने आज के हमारे घनिष्ठ संबंधों की नींव रखी।

यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि आप वैशाख के शुभ महीने, और अपने जन्म दिन के कुछ ही दिनों बाद, यहां आए हैं। हम कामना करते हैं कि आने वाले वर्ष आपके लिए सुखद और सफल हों।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन

राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजकीय भोज में सम्बोधन सूरीनाम में आप सबके साथ होना मेरे और मेरे प्रतिनिधि मण्डल के लिए एक बेहद सुखद अनुभव है। आप सब के प्यार भरे स्वागत और आतिथ्य से हम अभिभूत हैं। मैं इस अवसर पर भारत के 140 करोड़ से अधिक लोगों की ओर से, सूरीनाम के हमारे भाइयों और बहनों के लिए स्नेह संदेश और शुभकामनाएं लायी हूं ।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार,"GRAND ORDER OF THE CHAIN OF THE YELLOW STAR" से सम्मानित किये जाने के अवसर पर सम्बोधन

"GRAND ORDER OF THE CHAIN OF THE YELLOW STAR

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार,"    
सूरीनाम के सर्वोच्च पुरस्कार, "Grand Order of the Chain of the Yellow Star” से नवाज़ा जाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है।

यह सम्मान न केवल मेरे लिए बल्कि भारत के उन 140 करोड़ से अधिक लोगों के लिए भी अत्यधिक महत्व रखता है, जिनका मैं प्रतिनिधित्व करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर संबोधन

आज यहां इस सुंदर और सुप्रसिद्ध Independence Square में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आपके द्वारा मेरे और समस्त प्रतिनिधिमंडल के उत्साहपूर्ण स्वागत और आतिथ्य से मैं अभिभूत हूं। मैं, भारत में आपके भाइयों और बहनों की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं। आपके देश की यह मेरी पहली यात्रा है और आज का दिन एक विशेष अवसर है।

आपके देश के हरे-भरे स्थलों की सुंदरता, विविध प्रकार के पौधे और वन्य-जीवन तथा शुद्ध हवा के प्रभाव से एक बहुत ही अच्छा वातावरण बनता है।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सूरीनाम में भारतीय समुदाय के लिए आयोजित स्वागत समारोह में संबोधन

आज मेरे साथ जुड़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद! मैं अपने साथ भारत में आपके भाइयों और बहनों की ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं लेकर आई हूं। मुझे बहुत खुशी है कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद विदेश में मेरी पहली राजकीय यात्रा सूरीनाम की है। यहां मिले प्यार और स्नेह से मैं अभिभूत हूं। इस दौरे पर मेरे साथ Minister of State साध्वी निरंजन ज्योति जी और लोकसभा सदस्य श्रीमती रमा देवी जी, और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारीगण आए हैं।

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