भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में सम्बोधन (HINDI)
देव-भूमि, तपोभूमि और वीर-भूमि उत्तराखंड में आना, मैं अपना सौभाग्य मानती हूं। हिमालय को महाकवि कालिदास ने ‘देवतात्मा’ कहा है। राष्ट्रपति के रूप में, हिमालय के आंगन, उत्तराखंड में, आप सब के अतिथि-सत्कार का उपहार प्राप्त करके, मैं स्वयं को कृतार्थ मानती हूं। इस अभिनंदन-समारोह के उत्साह-पूर्ण आयोजन के लिए, राज्यपाल, श्री गुरमीत सिंह जी, मुख्य मंत्री, श्री पुष्कर सिंह धामी जी, तथा उत्तराखंड के एक करोड़ से अधिक निवासियों को मैं धन्यवाद देती हूं।