भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नागरिक अभिनंदन समारोह के अवसर पर सम्बोधन

गांधीनगर : 03.10.2022

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नमस्कार!

जय जय गरवी गुजरात!

हूं, गुजरात मा आवीने बहु खुश छूं!

आप सबको तथा गुजरात के लगभग 6.5 करोड़ निवासियों को मैं नवरात्रि की हार्दिक बधाई देती हूं।

राष्ट्रपति के रूप में गुजरात की यह मेरी पहली यात्रा है। मेरे प्रति गुजरात के भाई-बहनों के भरपूर उत्साह और स्नेह ने मुझे अभिभूत कर दिया है। मैं गुजरात के लोगों के इस प्यार को हमेशा याद रखूंगी। आज के इस अभिनंदन समारोह के लिए गुजरात के राज्यपाल - आचार्य देवव्रत जी, मुख्यमंत्री - श्री भूपेन्द्र भाई पटेल जी, राज्य सरकार की पूरी टीम और गुजरात के सभी निवासियों को मैं, हृदय से धन्यवाद देती हूं।

देवियो और सज्जनो,

कल प्रातः काल दिल्ली में राजघाट जाकर मैंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। आज सुबह अहमदाबाद में बापू के साबरमती आश्रम जाने का सौभाग्य मुझे मिला। मुझे पहले भी झारखंड की राज्यपाल के रूप में साबरमती आश्रम में आने का अवसर मिला था। वर्ष 1917 से 1933 तक साबरमती आश्रम ही स्वाधीनता संग्राम का केंद्र बना रहा। साबरमती आश्रम से ही 12 मार्च, 2021 को आरंभ की गई दांडी तक की पदयात्रा द्वारा ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ शुरू किया गया। आज के साबरमती-आश्रम-दर्शन की याद मेरी स्मृति में सदा बनी रहेगी।

2 अक्तूबर को हम सभी देशवासी गांधी-जयंती मनाते हैं। 31 अक्तूबर को लौह-पुरुष सरदार पटेल की जयंती मनाई जाती है। गुजरात में जन्मी इन दो महान विभूतियों की जयंती मनाने के साथ-साथअक्तूबर का महीना गुजरात के जन-जीवन में भी विशेष महत्व रखता है। इसी महीने गुजरात के भाई-बहन गुजराती नूतन वर्ष का स्वागत करेंगे। उस दिन गुजरात सहित पूरे देश में दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा। नवरात्रि में नव-दुर्गा के रूप में महाशक्ति की पूजा करने के साथ-साथ गुजरात के लोग गरबा-नृत्य करने और देखने का आनंद लेते हैं।

गुजरात के लोग अपने परिश्रम, लगन और समाज-सेवा के लिए पूरे विश्व में जाने जाते हैं। गुजरात के परिश्रमी किसानों, उद्यमियों और सभी नागरिकों में विशेष ऊर्जा देखने को मिलती है।

देवियो और सज्जनो,

गुजरात प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रमुख केंद्र रहा है। हड़प्पा कालीन सभ्यता से जुड़े धौला वीरा जैसे स्थल गुजरात में ही हैं। जूनागढ़ में सम्राट अशोक के शिलालेख, मोढेरा में सूर्य-मन्दिर तथा सूरत और मांडवी जैसे व्यापार केंद्र गुजरात की समृद्ध संस्कृति के प्राचीन उदाहरण हैं। सौराष्ट्र क्षेत्र में 1500 वर्ष पहले वल्लभी विश्वविद्यालय ज्ञान-विज्ञान का सुप्रसिद्ध केंद्र था। गुजरात में पालीताना और गिरनार के जैन-मंदिर हैं, वाडनगर के बौद्ध-विहार हैं, उड़वाड़ा के पारसी अग्नि-मंदिर हैं। गुजरात भारत की सांस्कृतिक एकता का दर्पण था आज भी है और भविष्य में भी रहेगा।

वर्तमान शहरों में गुजरात की राजधानी अहमदाबाद जुलाई 2017 में UNESCO द्वारा World Heritage City घोषित किया जाने वाला भारत का पहला शहर बना। UNESCO की समिति ने अहमदाबाद शहर के लगभग 600 वर्षों के इतिहास के दौरान निर्मित भवनों तथा अन्य भौतिक आयामों का आकलन किया। इसके अलावा UNESCO ने अहमदाबाद के नागरिकों के पारस्परिक सौहार्द और साझा संस्कृति की परंपरा को भी महत्व दिया। महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए स्वाधीनता आंदोलन में अहिंसा के प्रति आस्था जैसे मानवीय मूल्यों को UNESCO ने अहमदाबाद शहर की अमूर्त धरोहर के रूप में मान्यता दी। भौतिक प्रगति के साथ आदर्श जीवन-मूल्यों का संगम गुजराती समाज की विशेषता है। नरसिंह मेहता द्वारा, गुजराती भाषा में रचित भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए, जे पीड पराई जाणे रे’ महात्मा गांधी का प्रिय भजन था। करुणा, परोपकार और समदृष्टि के मूल्यों को प्रसारित करने वाला यह भजन भारत के स्वाधीनता संग्राम से भी जुड़ गया था। अहिंसा पर आधारित सत्याग्रह की भावना को मजबूत बनाने में गांधीजी ने इस भजन का प्रभावी उपयोग किया।

देवियो और सज्जनो,

भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी जी ने, मुख्यमंत्री के रूप में लगभग 12 वर्षों तक गुजरात को प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त करते हुए Gujarat model को स्वरूप प्रदान किया। आज वे पूरे देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान करते हुए भारत के समग्र विकास को नए आयाम प्रदान कर रहे हैं। वे गुजरात की प्रगतिशील और समावेशी संस्कृति के आदर्श प्रतिनिधि हैं।

यह प्रसन्नता की बात है कि गुजरात के युवाओं में खेल-कूद की नई संस्कृति पनप रही है।‘सरदार वल्लभभाई पटेल sports enclave’ तथा ‘नरेन्द्र मोदी cricket stadium’ में विश्व-स्तर की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।वह cricket stadium विश्व में सबसे बड़ा है जिसमें 1,30,000से अधिक लोग एक साथ बैठ सकते हैं। आज देश के सर्वश्रेष्ठ cricket खिलाड़ियों में से अनेक खिलाड़ी गुजरात से आते हैं।

देवियो और सज्जनो,

विश्व में उपलब्ध processed diamonds का लगभग दो-तिहाई हिस्सा गुजरात में तैयार होता है। भारत के diamond export का 95 प्रतिशत गुजरात के हिस्से में जाता है।

भारत के कुल निर्यात में, लगभग 21 प्रतिशत की भागीदारी के साथ गुजरात का प्रथम स्थान है। Start-up eco-system की दृष्टि से गुजरात देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। मुझे प्रसन्नता है कि महिला उद्यमियों की सहायता के लिएगुजरात विश्वविद्यालय द्वारा संचालित herSTART नामक start-up platform के औपचारिक उद्घाटन का कार्यक्रम मेरी इस यात्रा के दौरान नियत किया गया है। महिला सशक्तीकरण के ऐसे प्रयासों से गुजरात के समग्र विकास को और अधिक गति मिलेगी।

देश के leading manufacturing hub के रूप में यह राज्य रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है। आज दूध के उत्पादन और उपभोग की दृष्टि से भारत का विश्व में प्रथम स्थान है। इसके पीछे गुजरात में milk cooperatives द्वारा आरंभ किए गए white revolution का महत्वपूर्ण योगदान है। गुजरात में देश का 76 प्रतिशत नमक बनाया जाता है। यह कहा जा सकता है कि सभी देशवासी गुजरात का नमक खाते हैं।

औद्योगिक विकास के साथ-साथ गुजरात में पर्यावरण संरक्षण को भी उच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिए मैं राज्य सरकार तथा सभी stakeholders को बधाई देती हूं। मुझे बताया गया है कि देश में सबसे अधिक Roof Top Solar Power Generation गुजरात में हो रहा है। Wind Energy Production में भी गुजरात का स्थान अग्रणी राज्यों में है। गुजरात देश के सबसे अधिक investor-friendly-states में से एक है। आधुनिक Infrastructure और connectivity के विकास में गुजरात ने प्रभावशाली प्रगति की है।

गुजरात के सतत विकास के लिए राज्यपाल, आचार्य देवव्रत जी के मार्ग दर्शन तथा मुख्यमंत्री, श्री भूपेन्द्र भाई पटेल जी के नेतृत्व की मैं सराहना करती हूं। मुझे दृढ़ विश्वास है कि गुजरात की विकास-यात्रा और भी अधिक तेज गति के साथ आगे बढ़ती रहेगी। इसी विश्वास के साथ मैं सभी गुजराती भाई-बहनों युवाओं और बच्चों के स्वर्णिम भविष्य की मंगल-कामना करती हूं।

धन्यवाद!    
जय हिन्द!    
जय भारत!

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