भारत की माननीय राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय कॉर्पोरेट विधि सेवा के प्रोबेशनर्स द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 04.09.2023
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सबसे पहले, मैं आप सभी को सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने और इस प्रतिष्ठित सेवा में आने के लिए बधाई देती हूं। जैसे-जैसे भारत अमृत काल में आगे बढ़ रहा है, आप सब अधिकारियों पर देश में अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और कुशल शासन प्रणाली तैयार करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की एक बड़ी जिम्मेदारी है।
हम जानते हैं कि भारतीय कॉर्पोरेट विधि सेवा के अधिकारी कॉर्पोरेट जगत का नियमन करते हैं। आपका कार्य भारत में व्यापार और उद्योग की वृद्धि और विकास का कार्य करना है। ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’, 'स्टार्ट अप इंडिया', 'स्टैंड अप इंडिया' के साथ-साथ 'डिजिटल इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' देश में व्यापार-तंत्र को मजबूत करने वाले कार्यक्रम हैं। इसलिए, आपका काम अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि आपको उद्योग और उद्यमिता के विकास को प्रोत्साहन और बढ़ावा देते हुए अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन को कार्यरूप देना है।
प्यारे अधिकारियों,
तेजी से बदलते राष्ट्रीय और वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में, आपको अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करनी होगी और वाणिज्य, उद्योग और कॉर्पोरेट प्रशासन के क्षेत्र में होने वाले नवीनतम विकास की जानकारी रखनी होगी। जब आप अपना कार्य सम्हालें तो सदैव स्मरण रखें कि आपके कार्यों का देश के औद्योगिक और शासन-तंत्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। कॉर्पोरेट के प्रशासन के दौरान आपको सत्यनिष्ठता बनाए रखनी है।
अच्छा कॉर्पोरेट प्रशासन आज बहुत प्रासंगिक और महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करना आपका कर्तव्य है कि कंपनियों का प्रबंधन शेयरधारकों और अन्य हितधारकों के अधिकतम हित में करें। कुशल शासन मॉडल के माध्यम से, आप सबको यह सुनिश्चित करना होगा कि कॉर्पोरेट संस्थाएँ नैतिकता का पालन करें और हितधारकों के अधिकारों और हितों का सम्मान करें। देश के दीर्घकालिक सतत विकास और समावेशी विकास के लिए प्रभावी कॉर्पोरेट प्रशासन भी जरूरी है। हमारे देश में यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न नियम लागू हैं कि उद्यम उत्तम कॉर्पोरेट प्रशासन पद्धतियों का पालन करें। आपको देश की भलाई के लिए इन नियमों को लागू करने के लिए कड़ी मेहनत, समझदारी और ईमानदारी से काम करना है।
किसी भी क्षेत्र में सुशासन का एक महत्वपूर्ण पहलू महिला-पुरुष समानता है। मुझे बताया गया है कि कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय और सेबी ने ऐसे नियम बनाए हैं जो शीर्ष प्रबंधन पदों पर महिलाओं निदेशकों को रखने को बढ़ावा देते हैं, लेकिन कॉर्पोरेट क्षेत्र को कंपनियों में सभी रैंकों पर महिला-पुरुष समानता को बढ़ावा देना चाहिए।
युवा और प्रतिभाशाली सिविल सेवकों होने के नाते आपको देश के नागरिकों के प्रति जिम्मेदारी समझकर काम करना चाहिए। कुशल कामकाज के लिए, आप सबको कंपनी अधिनियम में विशेषज्ञता और वित्तीय कानूनों का ज्ञान होना जरूरी है। आपको देश और जनता के प्रति सेवा का भाव बनाए रखना है। जैसे ही आप अपनी सेवा आरंभ करें तो स्मरण रखें कि देशवासियों की भलाई के प्रति आपकी अटूट प्रतिबद्धता हो। आपको पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों के साथ कार्य करना है।
प्यारे युवा अधिकारियों,
अब जब आप, इस महत्वपूर्ण सेवा में प्रवेश कर रहे हैं तो आपको उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए जो आपसे पहले सेवा कर चुके हैं। आपको स्मरण रहे कि देश ने आप पर भरोसा किया है और आप सबको देश के मूल्यों और आकांक्षाओं पर खरा उतरना है। कुछ ही दिनों में भारत G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा इससे वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा का पता चलता है। आपको गर्व होना चाहिए कि आप भारत के कॉर्पोरेट क्षेत्र की कुशल और पारदर्शी कार्य-पद्धति में बड़े पैमाने पर योगदान देंगे। आज दुनिया भारत की ओर देख रही है और आप सबको देश की उम्मीदों पर खरा उतरना है।
मुझे विश्वास है कि आप भारत को समृद्ध और विकसित देश बनाने दिशा में समर्पण और प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे। मेरी कामना है की इस कर्तव्य काल के दौरान आप अपने महान राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दें।
अंत में, मैं आप सबके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!