भारत की राष्ट्रपति ने एनआईएफ के 11वें द्विवार्षिक राष्ट्रीय ग्रासरूट नवप्रवर्तन और विशिष्ट पारंपरिक ज्ञान पुरस्कार प्रदान किए और फाइन-2023 का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 10.04.2023

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 10 अप्रैल, 2023 को राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र (आरबीसीसी) में एनआईएफ के 11वें द्विवार्षिक राष्ट्रीय ग्रासरूट नवप्रवर्तन और विशिष्ट पारंपरिक ज्ञान पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने आरबीसीसी के पास स्पोर्ट्स ग्राउंड में फेस्टिवल ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (फाइन) -2023 का भी उद्घाटन किया।

पुरस्कार समारोह में बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जमीनी स्तर पर नागरिकों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित नवप्रवर्तन समाधान प्रस्तुत करने और अपनी सर्वोत्तम क्षमताओं के अनुसार देश की सेवा करने की क्षमता है। नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (एनआईएफ़) ऐसे इनोवेटर्स को प्रोत्साहित करने और उनका समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि एनआईएफ ने देश के 625 से अधिक जिलों से 325000 से अधिक तकनीकी विचारों, नवप्रवर्तनों और पारंपरिक ज्ञान प्रथाओं का एक डेटाबेस तैयार किया है। उन्हें यह जानकर भी प्रसन्नता हुई कि एनआईएफ ने अपने विभिन्न पुरस्कार समारोहों में 1093 जमीनी स्तर से जुड़े नवप्रवर्तकों और स्कूली छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि आज हम न केवल नवप्रवर्तकों की उपलब्धियों बल्कि रचनात्मकता, नवप्रवर्तन और एंटरप्रेन्योरशिप की सोच का भी जश्न मना रहे हैं। हम अपने आसपास हर दूसरे दिन छोटे-छोटे अविष्कार होते हुए देखते हैं। हमें पहले से ही हर जगह उपलब्ध क्रिएटिविटी और इनोवेशन को समझना और प्रोत्साहित करना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि रचनात्मकता को सहयोग देने और इसे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण पहलू बच्चों और युवाओं को प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करना है। चुनौती देने वाली समस्याओं के समाधान खोजने के लिए जिज्ञासा और अनुसंधान की सोच होना आवश्यक है। हमारे बच्चों को बड़ा होकर समाधान देने वाला बनना चाहिए।

राष्ट्रपति ने कहा कि एक अन्य महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे नागरिकों में देश की सेवा करने का जज्बा होना चाहिए। उन्हें देश में उत्पन्न होने वाली समस्याओं और मुद्दों को समझने की कोशिश करनी चाहिए और उन्हें हल करने की दिशा में योगदान देने के लिए ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए, भले ही वह छोटे स्तर पर हो। उन्होंने नवप्रवर्तकों, उद्यमियों, पारंपरिक ज्ञानियों और उद्योग के प्रतिनिधियों से पर्यावरण के अनुकूल और स्थायी समाधान खोजने और इस दिशा में नवप्रवर्तनों को प्रोत्साहित करने के लिए एक साथ कार्य करने का आग्रह किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि फाइन एक अनूठा प्रयास है जिसमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवप्रवर्तन को बढ़ावा दिया जाता है और इसमें नागरिकों को उद्यमिता शुरू करने तथा भारत और विदेशों में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उन्होंने कहा कि उद्यमशीलता की सोच और चुनौतीपूर्ण समस्याओं के समाधान की खोज के जज्बे को प्रोत्साहित और पुरस्कृत किया जाना चाहिए। https://nif.org.in/fine2023 पर पंजीकरण कराकर 10 से 13 अप्रैल, 2023 के बीच नवप्रवर्तन प्रदर्शनी देखी जा सकती है।

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