राष्ट्रपति ने कल तीन पुस्तकों ‘लाइफ एट राष्ट्रपति भवन’, ‘इंद्रधनुष- खण्ड II’ और ‘राष्ट्रपति भवनः राज से स्वराज तक’ का विमोचन किया
राष्ट्रपति भवन : 12-12-2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी, भारत के उपराष्ट्रपति, मो. हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी ने क्रमशः कल (11 दिसंबर, 2016) राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति भवन पर तीन पुस्तकों ‘लाइ फ एट राष्ट्रपति भवन’, ‘इंद्रधनुष- खण्ड II’ और ‘राष्ट्रपति भवनः राज से स्वराज तक’ का विमोचन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि वह मित्रों और देश की जनता से प्राप्त प्रेम से अभिभूत है। उन्होंने उन सभी के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थीं। समारोह में विमोचित पुस्तकों का उल्लेख करते हुए उन्होंने अनुभव किया कि राष्ट्रपति भवन के बहुआयामी पहलुओं को लेखबद्ध करना तथा बहुखंडीय प्रलेख परियोजना के माध्यम से उन पुस्तकों को प्रकाशित करना महत्वपूर्ण है। पद ग्रहण करने के बाद से उनका उद्देश्य राष्ट्रपति भवन की जीवन और घटनाओं से रहस्य हटाना और इसे यथासंभव जनता के लिए खोलना था। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि विशाल संख्या में दर्शक ऑनलाइन बुकिंग, ई-आमंत्रण आदि जैसी अनेक पहलों के माध्यम से संग्रहालयों सहित राष्ट्रपति भवन का भ्रमण कर रहे हैं।
भारत के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पुस्तकों के माध्यम से भावी पीढि़यों के लिए राष्ट्रपति भवन के इतिहास, संस्कृति और जीवन को लेखबद्ध करने के प्रयास की सराहना की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्र लंबे समय तक राष्ट्रपति मुखर्जी के शानदान अनुभवों और ज्ञान से लाभान्वित होता रहेगा।
राष्ट्रपति की सचिव, श्रीमती ओमिता पॉल ने बहुखंडीय प्रलेख परियोजना, स्मार्ट ग्राम पहल, कुलाध्यक्ष सम्मेलन, नोबल पुरस्कार विजेता और अग्रणियों का सम्मेलन आदि जैसी हाल की विभिन्न पहलों का उल्लेख किया।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य लोगों में अध्यक्ष लोकसभा, पूर्व प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्रिगण, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, राज्यपाल, उपराज्यपाल और भारत सरकार के सर्वोच्च अधिकारी उपस्थित थे।
‘राष्ट्रपति भवनः राज से स्वराज तक’ बच्चों की एक पुस्तक है जिसमें साम्राज्यवादी शक्ति के प्रतीक सरकारी सदन के रूप में अपनी शुरुआत से वर्तमान में राष्ट्रपति भवन की गाथा को चित्रित किया गया है। पाठक को लाल पत्थर और संगमरमर के गलियारों के द्वारा पूर्व राष्ट्रपतियों के आवक्ष के पास से गुजरते हुए गुंजायमान कक्षों और भव्य बैठकों के माध्यम से विशाल इमारत में ले जाया गया है। पाठक को शानदार मुगल गार्डन के पुष्पदार मार्गों और इसकी दीवारों और खंभों, वृक्षों और झाडि़यों, नक्काशियों और चित्रकारियों का परिचय दिया गया है।
‘लाइफ एट राष्ट्रपति भवन पुस्तक’ राष्ट्रपति संपदा में रह रहे आवासियों के मानव इतिहास को लेखबद्ध करने का प्रयास है। इस लेखन में औपनिवेशिक राष्ट्र के अंतर्गत काल से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति काल है और इसमें संपदा के पूर्व और वर्तमान निवासियों के परिप्रेक्ष्यों, गृह और सचिवालय के स्थायी कर्मचारियों तथा विभिन्न राष्ट्रपति काल के दौरान कार्य करने वाले अधिकारियों की जानकारी दी गई है। पुस्तक में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उनकी टीम द्वारा राष्ट्रपति भवन के परिसर को स्मार्ट सिटी में बदलने में किए गए योगदान तथा यहां के लोगों के जीवन पर ऐसे बदलावों के प्रभाव का उल्लेख किया गया है।
इंद्रधनुष खण्ड II पुस्तक 2014 के मध्य से सितंबर, 2016 तक राष्ट्रपति भवन में आयोजित संगीत, नृत्य, रंगकर्म और सिनेमाई प्रस्तुतियों का मिश्रण है।
सभी तीनों पुस्तकें सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित की गई हैं। इस अवसर पर श्री अजय मित्तल, सचिव, सूचना और प्रसारण मंत्रालय उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1400 बजे जारी की गई।