राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए उसमें नवान्वेष और प्रौद्योगिकी को अपनाया जाना चाहिए
राष्ट्रपति भवन : 20-11-2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (20 नवम्बर, 2016) चंडीगढ़ में सी-II एग्रो टेक 2016 के 12वें भाग का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र देश के उत्तर और उत्तर पूर्वी भागों में द्वितीय हरित क्रांति के कगार पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि वे पंजाब और हरियाणा के हृदय में उपस्थित होकर बहुत प्रसन्न हैं जहां 1960 में प्रथम हरित क्रांति 1960 में सफलतापूर्वक आरंभ हुई थी और उसके बाद के दशकों में निरंतर बनी रही। उन्होंने हरित क्रांति की सफलता के लिए इन राज्यों के किसानों की अदम्य भावना की प्रशंसा की और उद्योग, अनुसंधान संस्थानों, वैज्ञानिकों और किसानों को द्वितीय हरित क्रांति के लिए एकजुट होने पर बल दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने 1997 में खाद्यान्न के केवल 50 मिलियन टन पैदावार से अब तक 270 मिलियन टन तक पहुंचकर महत्त्वपवूर्ण प्रगति की है। उन्होंने कृषि में नवान्वेषण और प्रौद्योगिकी अपनाने का आह्वान किया ताकि हमारे किसान और अधिक लाभकारी हो सकें और संसाधनों का अधिकाधिक प्रभावकारी ढंग से उपयोग कर सकें। राष्ट्रपति ने इजराइल की कृषि में नवान्वेषी प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर सफलतापूर्वक कम जल में अधिक पैदावार हासिल करने के लिए प्रशंसा की, जिसके राष्ट्रपति, श्री रियूवेन रिवलिन इस अवसर पर उपस्थित थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि अनेक वर्षों से, वैश्विक मंदी के बावजूद भारत की आर्थिक प्रगति दर ठोस रही है, जिसमें पिछले डेढ़ दशक में 7.6 औसत प्रतिशत हासिल की जा रही है। भारत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरकर आया है और उन्हें विश्वास था कि ‘स्वच्छ भारत’, ‘डिजिटल इंडिया’, ‘मेक-इन इंडिया’ आदि जैसे भारत के नए और नवोन्वेषी कार्यक्रमों के साथ, हमारी प्राचीन संस्कृति शीघ्र ही आधुनिक और खुशहाल विश्व शक्ति का रूप ले लेगी।
भारत और इजराइल के बीच बढ़ते संबंधों को उजागर करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित होते हुए वे निर्णायक प्रक्रिया का एक भाग हैं। उन्होंने कहा कि यह संतोष का विषय है कि दोनों देश रक्षा से कृषि तक, अनेक मंचों पर सहयोग कर रहे हैं।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों के बीच श्री वी.पी. सिंह बडनोर, पंजाब के राज्यपाल, प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, हरियाणा के राज्यपाल और श्री राधा मोहन सिंह, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1640 बजे जारी की गई