भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कारोबारी समुदाय से निराशा त्यागने और भारतीय अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ पहलुओं का लाभ उठाने का आह्वान किया

राष्ट्रपति भवन : 08-09-2012

चेन्नै में आज (8 सितंबर 2012) एक समारोह में मद्रास वाणिज्य और उद्योग चैम्बर को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कारोबारियों से आग्रह किया कि वे झूठी अफवाहों से बचें। उन्होंने कहा कि यद्यपि अतीत में बहुत से मुश्किल दौर रहे हैं परंतु भारत ने एकजुट प्रयासों से उन पर विजय प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि भारत का बाजार बहुत विशाल है। इस समय घरेलू मांग को बढ़ाने की कार्यनीति उपयुक्त है। उनका कहना था कि केवल विलाप करने और निराशाजनक भावनाएं फैलाने से कोई लाभ नहीं होगा क्योंकि इससे समस्याएं हल नहीं होगी। कोई भी देश अलग-थलग नहीं रह सकता। कभी-कभी घरेलू समाधान नाकाफी होते हैं। अल्पकाल में समस्याएं कठिन और विकट लग सकती है। परंतु यदि हम दीर्घकाल पर ध्यान दें तो हमें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आर्थिक विकास का हमारा इतिहास हमें आत्मविश्वास देता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समस्या दृढ़ निश्चय, समझदारी और परिश्रम से सुलझायी जा सकती है।

राष्ट्रपति ने आग्रह किया कि 176 वर्ष पुराने मद्रास वाणिज्य और उद्योग चैम्बर के सदस्यों को खुद में आत्मविश्वास पैदा करना चाहिए और पूरे देश में भी इसे संचारित करना चाहिए।

यह विज्ञप्ति 2115 बजे जारी की गई