राष्ट्रपति ने कहा, समुद्रों की स्थिरता कायम रखना सभी राष्ट्रों का साझा दायित्व है
राष्ट्रपति भवन : 06-02-2016
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के. धोवन ने आज सायं (6 फरवरी, 2016) विशाखापत्तनम में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के सम्मान में एक रात्रि भोज का आयोजन किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान में यह एक निर्विवाद सत्य है कि सभी राष्ट्रों की स्वतंत्रता और समृद्धि तथा विश्व की शांति और अमन समुद्रों और महासागरों की सुरक्षा और स्थिरता पर टिकी हुई है। अविभाज्य समुद्रों की अवधारणा आज एक राजनीतिक, आर्थिक और कार्यनीतिक वास्तविकता बन चुकी है। राष्ट्रों की आर्थिक प्रगति सभी के प्रयोग के लिए मुक्त सुरक्षित समुद्रों पर निर्भर है। समुद्रों में स्थिरता कायम रखना सभी राष्ट्रों का साझा दायित्व है तथा विश्व समुदाय के साझे लाभ के प्रयासों को मिलाना तथा भावी पीढ़ी के लिए एक बेहतर और अधिक समृद्ध भविष्य निर्मित करना उनका दायित्व है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016विश्व के समुद्रों के सुरक्षा, हिफाजत और स्थिरता बढ़ाने के प्रयास को एकजुट करने के लिए विश्व राष्ट्रों को प्रेरित करता है। उन्हें विश्वास था कि आईएफआर 2016और सभी संबंधित समारोह मैत्री संबंध को और सुदृढ़ बनाने तथा उसके आधार पर समुद्रों में सद्भावना को बढ़ावा दे पाएंगे।
राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू-2016की परिकल्पना तथा इस शानदार समारोह को कार्यान्वित करने के लिए भारतीय नौसेना को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान अंतरराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू का भव्य संचालन हमारे वर्दीधारी पुरुषों और महिलाओं के कार्य कौशल और योग्यता तथा नौसेना के नेतृत्व की सुदृढ़ संकल्पना का प्रमाण है।
यह विज्ञप्ति 2150 बजे जारी की गई