भारत के राष्ट्रपति ने कहा, प्रतिस्पर्धा का सामना करने और उसमें सफल होने के लिए सहयोग करें तथा संसाधनों को एकजुट करें

राष्ट्रपति भवन : 11-04-2016

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने 7वें सार्वजनिक क्षेत्र दिवस के अवसर पर आज (11 अप्रैल, 2016) नई दिल्ली में सार्वजनिक उद्यम स्थायी सम्मेलन के उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि एक वैश्विक रूप से समेकित अर्थव्यवस्था में, यह आवश्यक है कि हमारे केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम प्रतिस्पर्धा का सामना करने और उसमें सफल होने के लिए सहयोग करें तथा संसाधनों को एकजुट करें। हमारे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों के वित्तीय, तकनीकी और जनशक्ति संसाधनों का निरंतर ग्राहक उन्मुख बाजारों में बेहतर तथा और अधिक इष्टतम समाधान के लिए आदान-प्रदान करना होगा। कंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों के पास उपलब्ध विशिष्ट मानव पूंजी को उपयुक्त कार्यनीतियों तथा प्रयासों के सृजन के लिए प्रयोग किया जाना चाहिए जिससे घरेलू और विश्व बाजार दोनों में प्रचालन के निष्पादन और विस्तार में सुधार आए।

राष्ट्रपति जी ने कहा कि केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम को अपने पास उपलब्ध अतिरिक्त भूमि की पहचान करने और उसे खोलने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था को तेज करने तथा रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए अत्यावश्यक सार्वजनिक निवेश सृजित किया जा सके। इसी प्रकार हमारे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों के पास उपलब्ध मुक्त अतिरिक्त अवसरों की पहचान और उन्हें प्रयोग करना भी आवश्यक है ताकि इन्हें बढ़े हुए पूंजी व्यय के लिए इस्तेमाल किया जा सके।

राष्ट्रपति ने ध्यान दिलाया कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों ने 2014-15के दौरान वित्त वर्ष की तुलना में भुगतान पूंजी और प्रयुक्त पूंजी में 7 प्रतिशत; कुल निवेश में 10.5 प्रतिशत तथा कुल बाजार पूंजीकरण में 20 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। 2012-13 से 2014-15 तक तीन वर्षों के दौरान, कार्यशील सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम रु. 115426 करोड़ रुपये का कुल शुद्ध लाभ अर्जित कर सके। रु. 2002591 करोड़ का समग्र टर्नओवर/राजस्व सृजित तथा रु. 57115 करोड़ का लाभांश का भुगतान कर पाए। सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम का राष्ट्रीय आय में योगदान वर्ष दर वर्ष उल्लेखनीय होता गया है।

राष्ट्रपति ने सरकार की पहल जैसे ‘भारत में निर्माण’, ‘कौशल निर्माण’, ‘डिजीटल भारत’ तथा ‘स्वच्छ भारत’ में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों का योगदान दर्शाने वाला व्यापक विवरण प्रस्तुत करने के लिए स्कोप की सराहना की। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान में भरपूर सहभागिता के लिए केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों के प्रबंधन और कर्मचारियों की भी प्रशंसा की। इस संदर्भ में उन्होंने उनसे प्रत्येक वर्ष अपने कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के अंतर्गत देश के उत्थान के लक्ष्य वाले साझे कार्य या मुद्दे आरंभ करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों की प्रत्येक वर्ष सरकार द्वारा पहचाने गए व्यापक रूप से महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों पर आधारित कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत आरंभ किए जाने वाले विभिन्न सामान्य कार्यों को चुनने की सुविधा प्राप्त होगी।


यह विज्ञप्ति 1420 बजे जारी की गई