भारत के राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रपति भवन में एक र्स्माट मॉडल गांव प्रायोगिक परियोजना का उद्घाटन किया

राष्ट्रपति भवन : 02-07-2016

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (02 जुलाई, 2016) राष्ट्रपति भवन में एक स्मार्ट मॉडल गांव प्रायोगिक परियोजना का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उनके राष्ट्रपतिकाल के लगभग अंतिम चार वर्षों के दौरान यह पहली बार है कि उन्हें राष्ट्रपति भवन में सरपंचों और ग्राम स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

पद ग्रहण करने के बाद से वह जनता के लिए राष्ट्रपति भवन को खोलने पर जोर देते रहे हैं। यद्यपि आज उन्होंने महसूस किया है कि राष्ट्रपति भवन को वास्तव में जनता के लिए खोला गया है क्योंकि ग्राम प्रतिनिधि यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि गांव के प्रतिनिधि ही इस देश जिसमें छह लाख से अधिक गांव हैं, को बदल सकते हैं। हमारी प्रगति और विकास अपेक्षित गति से तभी हो सकता है जब गांवों के इन निर्णयकर्ताओं के साथ साझीदारी की जाए। हमें अपनी महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने की भी जरूरत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल इन पांच गांवों तक ही सीमित नहीं रहेगी बल्कि समूचे देश में फैलेगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण पहल है क्योंकि हम राष्ट्रपति संपदा को एक स्मार्ट मॉडल टाउनशिप में बदलने के अनुभव का हरियाणा के पांच चुने हुए गांवों में अनुकरण करना चाहते हैं। उन्होंने उन सभी भागीदारों, जिला/ग्राम स्तर प्रशासन तथा स्थानीय निकायों और सरकारी अन्य संगठनों सहित केंद्रीय मंत्रालयों,हरियाणा सरकार की सराहना की और उनका धन्यवाद किया जो इस प्रयास में राष्ट्रपति भवन के साथ साझीदारी कर रहे हैं।

इस प्रायोगिक परियोजना के अंतर्गत स्मार्ट गांवों के रूप में जिन पांच गांवों को विकसित किया जाएगा, वे हरियाणा के गुड़गांव जिले के दोहला, अलीपुर, हरिचंदपुर और ताजनगर तथा मेवात जिले का रोजका मेव है। राष्ट्रपति ने इस प्रायोगिक परियोजना की योजना 19 मई, 2016 को राष्ट्रपति भवन में कुशल प्रचालन केंद्र के उद्घाटन तथा राष्ट्रपति संपदा को एक स्मार्ट टाऊनशिप में बदलने के लिए एक एप ‘मॉनिटर’ की शुरुआत के अवसर पर की थी।

इस अवसर पर मौजूद गणमान्यों में, हरियाणा के मुख्यमंत्री, श्री मनोहर लाल, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री,चौधरी बीरेन्द्र सिंह,विकास और पंचायत मंत्री, हरियाणा सरकार, सचिव, ग्रामीण विकास मंत्रालय, हरियाणा के मुख्य सचिव,हरियाणा और केंद्र सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, हरियाणा के विधायक, सामुदायिक और पंचायती नेता तथा अन्य जनप्रतिनिधि/भागीदार शामिल थे।


यह विज्ञप्ति 1530 बजे जारी की गई।