रक्षा बंधन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा महिलाओं की सुरक्षा व कल्याण के लिए दोगुना प्रयास करने के लिए राष्ट्र का आह्वान
राष्ट्रपति भवन : 02-08-2012
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने लोगों से आग्रह किया है कि वे महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए अपने प्रयासों को दोगुना कर दें। राष्ट्रपति आज रक्षाबंधन के पर्व के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘राखी स्नेह का सूत्र है जिसे बहनें अपने भाइयों की कलाई पर बांधती हैं। हमें याद रखना चाहिए कि यह भावना केवल एक रस्म नहीं है बल्कि एक ऐसा सशक्त कार्य है जो प्रत्येक व्यक्ति को इसके लिए बाध्य कर देता है कि वह महिलाओं की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करे। मैं राष्ट्र से यह आह्वान करना चाहूंगा कि वह महिलाओं की सुरक्षा और उनके कल्याण के प्रयासों को दोगुना कर दे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे देश की महिलाएं हर समय सुरक्षित और निरापद अनुभव करें।
यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए कि महिलाओं के पूर्ण अधिकारों की रक्षा हो। कन्या भ्रूण हत्या और दहेज हत्या जैसी घृणित प्रथाओं को समाप्त होना चाहिए। इसके अलावा, बालिकाओं का कल्याण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
यह पर्व हम सभी के लिए यह संकल्प लेने का अवसर होना चाहिए कि हम भारत की महिलाओं, खासकर बालिकाओं, की बेहतरी के लिए स्वयं को समर्पित करेंगे।’’
दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न स्कूलों और सामाजिक संगठनों के विद्यार्थियों और बच्चों ने इस समारोह में भाग लिया। पाथवेज वर्ल्ड स्कूल, ओएसिस पब्लिक स्कूल, आर्य गुरुकुल, लॉर्ड जीसस पब्लिक स्कूल, गोल्डन बैल्स प्री स्कूल, एस ओ एस चिल्ड्रन्स विलेजिज ऑफ इंडिया, अष्ट पुनर्वास सोसायटी, राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, सेंट गिरि सीनियर सेकेंडरी स्कूल, ठक्कर बापा रेजिडेंशियल प्राइमरी स्कूल, उदगम प्री स्कूल, राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, बुनियाद प्ले स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, किड्जी लिलिपुट प्ले स्कूल, लेडी फ्लोरेंस पब्लिक स्कूल, भारतीय नेत्रहीन कल्याण परिषद, फाउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया, सफायर इंटरनेशनल स्कूल, आरवी पब्लिक स्कूल, मॉडर्न स्कूल और के आर मंगलम वर्ल्ड स्कूल के 40 विद्यार्थी और बच्चे इसमें उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने गीत गाए और कविता पाठ किया और राष्ट्रपति से बातचीत की तथा उन्हें राखी बांधी।
यह विज्ञप्ति 1515 बजे जारी की गई