रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज के 71वें स्टाफ पाठ्यक्रम के स्नातक समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति का दीक्षांत संबोधन
वेलिंग्टन, नीलगिरि, तमिलनाडु : 15-04-2016
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1. 71वें स्टाफ पाठ्यक्रम के दीक्षांत समारोह के लिए रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज में नीलगिरि के इस मनोरम वातावरण में उपस्थित होना मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नतादायक है।
2. विद्यार्थियों के रूप में शैक्षिक उत्कृष्टता के इस माहौल में विश्व के इस श्रेष्ठ और सर्वोकृष्ठ संयुक्त सैन्य संस्थान में होना आप सभी का सौभाग्य है। केवल कुछ प्रतिभावान अधिकारी के स्टाफ कॉलेज के लिए अर्हता प्राप्त करने हेतु अति स्पर्द्धात्मक परीक्षा के माध्यम से चुने जाने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। आपमें सशस्त्र बलों के भावी नेतृत्व की कुशल क्षमता है इसलिए आपको कॉलेज के अनुकूल वातावरण में प्रदान की गई उच्च गुणवत्तापूर्ण पेशेवर सैन्य शिक्षा को अपने-अपने सैन्य जीवनवृत्त में पूरी तरह कार्यान्वित करना चाहिए।
3. मुझे पूरा विश्वास है कि रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज में आपका पिछला एक वर्ष सबसे योग्य निर्देशन स्टाफ निकाय से प्राप्त किए गए समृद्ध पेशेवर अनुभव और ज्ञान सार्थक उपलब्धि रहा है। आपने कल्पनात्मक और नवान्वेषी विचार प्रक्रिया का प्रयोग करते हुए, सैन्य शैक्षिक मुद्दों से युक्त व्यवहारिक अनुप्रयोग में सहकार्य द्वारा इसे प्राप्त किया है। उत्कृष्ट स्टाफ अधिकारी तथा कमांडर तैयार करने के लिए परामर्शकों के सुदृढ़ प्रयास रचनात्मक और विश्लेषणात्मक विचारशीलता के माध्यम से बौद्धिकता बढ़ाते हुए आपके बहुआयामी कौशल को प्रोत्साहित करने पर निरंतर केंद्रित हैं। रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज सुव्यवस्थित संयुक्त रोजगार तथा विविध संघर्षपूर्ण वातावरण में तीनों सेनाओं को समेकित कार्यशीलता प्रदान करने वाला एक सबसे उत्कृष्ट प्रतिष्ठान है। यह वास्तव में कॉलेज के लिए गौरव का विषय है कि उसे 2016में गोल्डन पिकॉक नेशनल ट्रेनिंग पुरस्कार प्रदान किया गया है।
4. कॉलेज में आपने संबंधित स्टाफ कार्यप्रणाली के साथ-साथ सैन्य संकल्पनाओं,सिद्धांतों, रणनीति तथा युद्ध सिद्धांतों पर व्यापक पेशेवर शिक्षा भी हासिल की है। आपने सैन्य अध्ययनों और अनुसंधान के लिए समय लगाने के साथ-साथ45 सप्ताह का गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
5.आपमें से प्रत्येक को इस लगन,पद्धतियुक्त अध्ययन,परिप्रेक्ष्य अनुसार बौद्धिक अनुप्रयोग से भविष्य में अत्यधिक लाभ होगा। प्रख्यात अतिथि वक्ताओं के व्याख्यानों के दौरान परिचर्चित सामूहिक विषयों और प्रमुख मुद्दे भविष्य में आपके लिए मूल्यवान होंगे।
6. इस कॉलेज का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम हमारी सशक्त सेनाओं की एकजुटता को सबल बनाने के लिए संस्थागत किया गया है। सेना,नौसेना और वायुसेना राष्ट्र शक्ति के सैन्य अंग हैं। युद्ध इतिहास प्रमाण है कि युद्ध में अंतत: विजय तीनों सेनाओं की एकजुटता के माध्यम से प्राप्त की जाएगी। सैन्य इतिहास में प्रदर्शित श्रेष्ठ सहयोग और एकजुटता का प्रमुख उदाहरण1971के युद्ध के दौरान था। विश्व के किसी सशस्त्र सेना द्वारा प्राप्त की गई सामरिक सैन्य विजय बांग्लादेश की मुक्ति जैसी कभी नहीं रही है जिससे युद्ध की समाप्ति के बाद एक राष्ट्र का जन्म हुआ था।
7. आप पर यह सुनिश्चित करने का दायित्व है कि आप अत्यंत परिपक्वता और बुद्धिमता के साथ इस समझ का प्रयोग करें। राष्ट्रीय हितों के अनुरूप संप्रभुता बनाए रखने के लिए शांति और सुरक्षा के संरक्षकों के रूप में,आपको देश को आवश्यकता पड़ने पर सेना की युद्धक शक्ति का प्रभावी प्रयोग करना चाहिए। सशस्त्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर के रूप में,मैं आपसे निष्ठा, उत्कृष्टता,दृढ़ता और देशहित की भावना से अपना कर्तव्य निभाने का आग्रह करता हूं।
8. आज आपको जो शैक्षिक उपाधि दी जाएगी वह ज्ञान के लिए आपके दृढ़ प्रयास की प्रेरणा बनेगी। आपको नवीनतम सैन्य प्रौद्योगिकी के उन्नयन से सुपरिचित रहना चाहिए तथा सशस्त्र सेनाओं में उनके उपयुक्त प्रयोग के लिए वैज्ञानिक प्रगति की जानकारी होनी चाहिए। विभिन्न संघर्षों के अनेक अनुभवों का अध्ययन करें जो इतिहास में दर्ज है तथा संभावित मुद्दों के क्रमिक विकास और उनके मूल्यांकित परिणामों का विवेकपूर्ण अध्ययन करें। ऐसा तभी होगा जब आप आपनी कमान के तहत सेना के जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाले संबद्ध और समयबद्ध सैन्य निर्णय करने हेतु ज्ञान प्राप्त करेंगे तथा जीवन में प्रज्ञा अर्जित करेंगे।
9. अस्पष्टता और उलझन को त्याग कर सैन्य निर्णयों और विनियमों के अनुरूप अपने विचार मुखरता और विश्वास के साथ प्रस्तुत करें।
10. मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हुई है कि25 मित्र देशों के 35अधिकारी भी आज कॉलेज के इस मंच से स्नातक बन रहे हैं। विगत एक वर्ष के दौरान,अपने-अपने देशों के उपयुक्त राजदूतों के रूप में आपने न केवल हमारी सशस्त्र सेना और हमारे प्रमुख राष्ट्र बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों,सैन्य युद्धनीति,अभियान संबंधी कला,सिद्धांत आदि विषयों की भी पेशेवर अंतर्दृष्टि प्राप्त की है। इसलिए मुझे विश्वास है कि विशुद्ध अधिकारी के रूप में विगत के रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज के प्रतिष्ठित पूर्व विद्यार्थियों के समान आप भी अपनी सशस्त्र सेना में नेतृत्व के पदक्रम स्तर पर पहुंच जाएंगे। मुझे उम्मीद है कि आपके बीच स्थापित घनिष्ठ मैत्री और सहयोगपूर्ण संबंध चिरकाल तक हमारे राष्ट्रों के बीच स्थायी बंधुत्व संबंध में बदल जाएगा।
11. अंत में,मैं आपमें से प्रत्येक को मद्रास विश्वविद्यालय से विज्ञान की स्नातकोत्तर उपाधि सहित रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज से सफलतापूर्वक स्नातक बनने के लिए बधाई देता हूं। आपके अभिभावकों और परिजनों को इस प्रयास में सयोग देने के लिए विशेष बधाई देता हूं। मैं आपके पेशेवर जीवनवृत्त में कुशल आदर्श स्टाफ अधिकारी तथा अग्रणी तैयार करने के लिए कमान और स्टाफ कार्यों में परामर्श और प्रोत्साहन के लिए कमांडर और उनके निर्देशन स्टाफ को भी बधाई देता हूं।
12. इन्हीं शब्दों के साथ,मैं71वें स्टाफ पाठ्यक्रम के सभी स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थी अधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं तथा उनके सभी प्रयासों के निरंतर सफल होने की कामना करता हूं।
जय हिंद।