भारत के राष्ट्रपति ने जल सेना दिवस, 2015 के अवसर पर भारतीय जल सेना के सभी सदस्यों और उनके परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं दी
राष्ट्रपति भवन : 04-12-2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने भारतीय जल सेना के सदस्यों और उनके परिवारों को जल सेना दिवस, 2015 के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं और बधाई दी है।
अपने संदेश में, राष्ट्रपति ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि जल सेना 4दिसम्बर, 2015 को जल सेना दिवस मना रही है।’
भारत की भू-रणनीतिक अवस्थिति, वृहत तट रेखा, आर्थिक प्रयास और सभ्यतागत संबंध ने भारत को एक ऐसा समुद्रवर्ती देश बनाया है जिसकी समृद्धि, रणनीतिक स्वतंत्रता और विकास समुद्र से जुड़ा हुआ है। भारतीय जल सेना ने समुद्री शक्ति के एक प्राथमिक साधन के रूप में, भारत के समुद्रवर्ती हितों की रक्षा करने और राष्ट्रीय समृद्धि के संवर्धन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। भारतीय जल सेना विश्व में हमारे देश के सौहार्द और मैत्री की अग्रदूत भी है।
एक जिम्मेदार समुद्रवर्ती देश के रूप में, अपने समुद्रवर्ती पड़ोस में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना हमारे देश का दायित्व है। यह बड़े गर्व का विषय है कि भातरीय जल सेना ने इस दायित्व का निर्वहन पूरी प्रतिबद्धता, समर्पण और सतर्कता से किया है।
मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि भारतीय जल सेना स्वदेशीकरण और आत्म-निर्भरता को बढ़ाने में सबसे अग्रणी रही है। इसने विगत वर्षों में अनेक युद्ध पातों और पनडुब्बियों का सफल निर्माण सुनिश्चित किया है। इससे जल सेना की सतत सतर्कता बनाए रखने, अतिरिक्त दायित्व निभाने में सहायता मिलेगी और हमारे राष्ट्रीय हितों की संरक्षा सुनिश्चित होगी।
जल सेना दिवस के इस अवसर पर, मैं भारतीय जल सेना के सभी अधिकारियों, नाविकों और सिविल कार्मिकों और उनके परिवारों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। मैं जल सेना दिवस को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
यह विज्ञप्ति 11:40 बजे जारी की गई।