राष्ट्रपति ने चीन के निवेशकों से कहा कि वे भारत की विकास कहानी में साझीदार हाें

राष्ट्रपति जी की पापुआ चीन-यात्रा : 25-05-2016

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (25 मई 2015) ग्वाग्झू में भारत-चीन बिजनेस फोरम को संबोधित किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का विश्वास है कि हम दोनों देशों जिन्होंने समान अवसरों और चुनौतियों का सामना किया है, के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग की विशाल क्षमता है,हाल के वर्षों में हमारे संबंधों की स्थिरता ने इन अवसरों का लाभ उठाने और एकजुट होने के लिए योग्य आधार प्रदान किया है। हमारी आर्थिक साझीदारी की क्षमता का पूर्ण रूप से दोहन करने के लिए हमारे व्यवसाय समुदायों के बीच सूचना अंतराल को कम करना महत्वपूर्ण है। भारत चीन से और अधिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण की व्यवस्था करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अलग-अलग क्षेत्रों में दोनों देशों के उद्योग और व्यवसाय के बीच अनेक प्रकार से और अधिक सहयोग की सुविधा देने के लिए तैयार है। भारत के विकास कहानी में चीन के निवेशकों को साझीदार होने का आमंत्रण देता है।

Tराष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक युवा देश है। हमारा प्राथमिक लक्ष्य आधुनिक अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है जो सतत विकास के लिए एक प्रीमियम है। हम इस लक्ष्य को पाने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और हमारे देश में एक गहन सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हो रहा है। चीन की आर्थिक उपलब्धियां हमारे लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। हम विश्वास करते हैं कि हमारे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश प्रवाह हमारे दोनों देशों के लिए परस्पर लाभदायक सिद्ध होंगे। हम भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ और अन्य प्रमुख पहलों में साझीदारी के लिए चीन के निवेश और उद्यम का स्वागत करते हैं। भारत चीनी निवेशकों के निवेश को लाभकारी बनाने के लिए उनके प्रयासों में उन्हें सुविधा पहुंचाएगा। हमें अवसर का लाभ अवश्य उठाना चाहिए जो हमारी अर्थव्यवस्थाओं के विकास के लिए लाजिमी है।

यह विज्ञप्ति 1135 बजे जारी की गई।