भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मध्य प्रदेश में नागरिक अभिनन्दन समारोह के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

भोपाल : 15.11.2022

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राष्ट्रपति बनने के बाद मध्य प्रदेश की मेरी यह पहली यात्रा है। आज आप सबके स्नेह और स्वागत से मैं अभिभूत हूं। मैं राज्य के लगभग साढ़े आठ करोड़ निवासियों को धन्यवाद देती हूं और उन सभी की समृद्धि की मंगल कामना करती हूं। आज के इस आयोजन के लिए मैं राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल जीऔरमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी को धन्यवाद देती हूं।

भारतीय संस्कृति और देश की विकास यात्रा में मध्य प्रदेश के लोगों ने अमूल्य योगदान दिया है। मैंपुण्य-सलिला मांनर्मदा के जल से सिंचित इस पावन धरती को नमन करती हूं।

मध्य प्रदेश की इस धरती ने अनेक महान विभूतियों को जन्म दिया है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति, डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा, इसी धरती के सपूत थे। भारत रत्न बाबासाहेब डॉक्टर आम्बेडकर कीजन्म-स्थली महू में है। मैं मध्य प्रदेश के एक और महान सपूत, पूर्व प्रधान मंत्री, भारत रत्न से सम्मानित श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को भी नमन करती हूं। मध्य प्रदेश में ही अटल जी के अद्भुत व्यक्तित्व तथा गौरवशाली राजनीतिक जीवन का आरंभिक विकास हुआ। इक्कीसवीं सदी के आधुनिक भारत की नींव रखने में श्रद्धेय अटल जी के योगदान के लिए सभी देशवासी सदैव उनके आभारी रहेंगे।

देवियो और सज्जनो,

मध्य प्रदेश में एक तरफ अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य है तो दूसरी तरफ यहां अत्यंत समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत विद्यमान है। भारतीय साहित्य के सर्वश्रेष्ठ महाकवि कालिदास तथा संगीत सम्राट तानसेन से लेकरसुर-साम्राज्ञी भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर तक, अनेक प्रतिभाओं ने यहां की धरती पर जन्म लिया है। ग्वालियर का तानसेन संगीत समारोह, मैहर का उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत समारोह, उज्जैन का कालिदास समारोह तथा खजुराहो का नृत्य समारोह भारत के cultural calendar में महत्वपूर्ण स्थान बना चुके हैं। मुझे बताया गया है कि अब जबलपुर के भेड़ा-घाट में नर्मदा महोत्सव भी प्रति वर्ष मनाया जाता है। इसी प्रकार शिवपुरी उत्सव और बेतवा उत्सव भी मनाए जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश में अनेक दर्शनीय ऐतिहासिक स्थल हैं। महाकालेश्वर तथा ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंग, उज्जैन का सिंहस्थ कुम्भ, अमरकंटक में नर्मदा का उद्गम स्थल तथा प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव का प्रसिद्ध मंदिर, प्रभु श्री राम की वनवास स्थली चित्रकूट, मध्य प्रदेश के आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हैं। भीम बेटका, सांची तथा खजुराहो की UNESCO World Heritage Sites को देखने के लिए देश-विदेश से अनेक पर्यटक आया करते हैं।

मध्य प्रदेश को प्रकृति का अनुपम वरदान है। मुझे बताया गया है किक्षेत्रफल के हिसाब से,मध्य प्रदेश में देश का सबसे बड़ा वन-क्षेत्र है। राज्य में अनेक national parks, wildlife sanctuaries और tiger reserves हैं। हाल ही में, कूनो नेशनल पार्क में,नामीबिया से लाये गए चीतों के पुनर्वास को लेकर wildlife में रुचि रखने वाले सभी लोग अत्यंत उत्साहित हैं। देश से विलुप्त हुए चीतों के पुनर्वास के लिए इस महत्वपूर्ण अभियान की सफलता के लिए मैं अपनी शुभकामनाएं देती हूं।

देवियो और सज्जनो,

पिछले महीने, भारत सरकार द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2022’ में लगातार छठी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का पुरस्कार प्राप्त करने वाले इंदौर शहर को तथा सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार मध्य प्रदेश को प्रदान करने का अवसर मुझे मिला। यह उपलब्धि भी सराहनीय है कि इस सर्वेक्षण में एक लाख से अधिक आबादी वाले 100 सबसे स्वच्छ शहरों की रैंकिंग में 30 शहर यानि लगभग एक तिहाई शहर मध्य प्रदेश में ही हैं। यह सफलता मध्य प्रदेश के प्रबुद्ध लोगों की जागरूकता तथा सक्रिय जन-भागीदारी का प्रभावी उदाहरण है। स्वच्छता की संस्कृति को मजबूत बनाने के लिए मैं मध्य प्रदेश के सभी निवासियों की हार्दिक प्रशंसा करती हूं। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्य प्रदेश के निवासियों के प्रयास सभी देशवासियों के लिए अनुकरणीय हैं।

देवियो और सज्जनो,

मध्य प्रदेश के इतिहास में महिलाओं के योगदान की अमर गाथाएं समाहित है। रानी दुर्गावती और झलकारी बाई जैसे वीरांगनाओं ने महिलाओं के समर्पण और बलिदान की गौरव गाथाएं लिखी है। मध्य प्रदेश में, अनेक महारानियों ने अपने उत्कृष्ट शासन की छाप छोड़ी है। इंदौर की अहिल्या-बाई होल्करने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करके देश की आध्यात्मिक परंपरा में मध्य प्रदेश के योगदान की अमिट गाथा लिखी है। प्रदेश की महिला विभूतियों के प्रति सम्मान अभिव्यक्त करने के लिए, भोपाल के रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के साथ-साथ उसका नामकरण, जन-जातीय समाज से आने वाली अंतिम महारानी, रानी कमलापति के नाम पर किया गया है।

देवियो और सज्जनो,

आज, DRDO की ग्वालियर स्थित ‘Maximum Micro-biological Containment Laboratory’ का शिलान्यास करके मुझे प्रसन्नता हुई है। इस प्रयोगशाला की स्थापना से देश न सिर्फ bio-defence के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा, बल्कि भविष्य में कोविड-19 जैसी चुनौतियों का प्रभावी रूप से सामना करने में भी सक्षम होगा। इस अवसर पर मैं DRDO की पूरी टीम को बधाई देती हूं तथा इस प्रयोगशाला के समय बद्ध निर्माण के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।

आज मुझे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के रातापानी से इटारसी जाने वाले Highway परियोजना का शिलान्यास करके भी प्रसन्नता हुई है। मुझे विश्वास है कि इस परियोजना के पूर्ण होने पर पर्यटकों तथा अन्य लोगों का आवागमन और सुविधाजनक होगा।

देवियो और सज्जनो,

मध्य प्रदेश में समावेशी विकास के नए आयाम स्थापित किये गए है। राज्य ने विकास के कई मानकों पर प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल की है। मध्य प्रदेश के Gross State Domestic Product में पिछले एक दशक की अवधि में लगभग साढ़े तीन गुना वृद्धि हुई है। खाद्यान्नों के उत्पादन में मध्य प्रदेश का स्थान अग्रणी राज्यों में है। कृषि विकास दर में पिछले चार वर्षों में औसतन 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रदेश के समग्र विकास के लिए मैं राज्यपाल मंगुभाई पटेल जी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी तथा राज्य सरकार की पूरी टीम को बधाई देती हूं।

मुझे विश्वास है कि मध्य प्रदेश की विकास यात्रा और भी तेज गति से आगे बढ़ेगी तथा उस विकास का लाभ प्रदेश के सभी वर्गों के जन-जन तक पहुंचेगा। मैं मध्य प्रदेश के सभी निवासियों के उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करती हूं।

धन्यवाद! 
जय हिन्द! 

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