भारत की राष्ट्रपति ने कंबोडिया नरेश की मेजबानी की; कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए पर्यटन तथा लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति भवन : 30.05.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 30 मई, 2023 को राष्ट्रपति भवन में कंबोडिया के नरेश महामहिम प्रेयाह बात समदाईक प्रेयाह बोरहमनियत नोरोडोम सिहामोनी का स्वागत किया। राष्ट्रपति ने उनके सम्मान में राज-भोज का भी आयोजन किया।
भारत की पहली यात्रा पर राजा सिहामोनी का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी यात्रा कंबोडिया द्वारा भारत के साथ अपने संबंधों को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत और कंबोडिया के समृद्ध और जीवंत संबंध हैं। हम अपने साझा इतिहास को महत्व देते हैं और कंबोडिया को हमारी जैसी सभ्यता वाला देश मानते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और कंबोडिया के बीच व्यापार और निवेश में और वृद्धि की बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत कंबोडिया के साथ अपने रक्षा संबंधों को और प्रगाढ़ करना चाहता है। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए पर्यटन तथा लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के प्रयास करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत जी-20 की अध्यक्षता में विश्व के दक्षिण क्षेत्र के विकासशील देशों के हितों को आगे रखता है। उन्होंने इस वर्ष फरवरी में आयोजित वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र में प्रधान मंत्री हुन सेन की भागीदारी की प्रशंसा की। उन्होंने पिछले वर्ष आसियान की अध्यक्षता सफलतापूर्वक निभाने के लिए कंबोडिया को बधाई दी।
इसके बाद, राष्ट्रपति ने अपने राज-भोज भाषण में कहा कि क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास और सामाजिक-आर्थिक परियोजनाओं के लिए सहायता करके राष्ट्र निर्माण की ओर आगे बढ्ने में कंबोडिया का भागीदार होना भारत के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में विश्वास करता रहा है, जिसका अर्थ है, पूरा विश्व एक परिवार है। उन्होंने कहा कि भारत और कंबोडिया के बीच बहुआयामी संबंध और आज यहाँ हमारे साथ राष्ट्रपति भवन में महामहिम की गरिमामयी उपस्थिति, सदियों पुराने इस सिद्धांत की अभिव्यक्ति है।