भारत की राष्ट्रपति 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति मुर्मु ने सभी नागरिकों से मतदान को, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान समझने का आग्रह किया

राष्ट्रपति भवन : 25.01.2023

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदीमुर्मु ने आज 25 जनवरी, 2023को नई दिल्ली में13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में भाग लिया और उसे संबोधित किया। इस अवसर परराष्ट्रपति ने 2022 के दौरान चुनाव केआयोजनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को वर्ष2022 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। मतदाता जागरूकताके संबंधमें अमूल्य योगदान देने के लिएमहत्वपूर्णभागीदारोंजैसे सरकारी मीडिया और संचार संगठनों और अन्य विभागों को भी राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए।

सभा को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान सभा के सदस्यों नेभारत की सामान्य जनता के विवेक पर असीम विश्वास जताया तथा वयस्क मताधिकार के आधार पर निर्वाचन का प्रावधान सुनिश्चित किया। भारत की जनता नेउनके विश्वास को फलीभूत कियाहै। भारत का लोकतन्त्र,विश्व के सबसे बड़े, जीवंत और स्थिर लोकतन्त्र के रूप में सम्मानित है।

राष्ट्रपति ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया से पिछले सात दशकों के दौरान हमारे देश में सामाजिक क्रांति संभव हुई है। यह हमारे लोकतंत्र कीबहुत बड़ी सफलता है कि सुदूर क्षेत्रों में रहने वालासामान्य मतदाता यह महसूस करता है कि देश अथवा राज्य की शासन-व्यवस्था कौन चलाएगा और कैसे चलाएगा यह तय करने में उसकी निर्णायक भूमिका है। उन्होंने कहा कि संविधान में निहित सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में हमारा लोकतंत्र निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया किनिर्वाचन आयोग तथा अन्य सभी प्रतिभागियों के सम्मिलित प्रयास से,हमारा लोकतन्त्र और अधिक सुदृढ़ बनेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए निर्वाचनआयोग का ध्येय वाक्य'कोई मतदाता न छूटे'बहुत सराहनीय है। यह वाक्य सभी मतदाताओं के लिए मतदान प्रक्रिया कोसुगम बनाने के निर्वाचनआयोग के लक्ष्यको स्पष्ट करता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के राष्ट्रीय मतदाता दिवसका थीम ‘वोट जैसा कुछ नहीं,वोट जरूर डालेंगे हम' मतदाताओं के संकल्प कोव्यक्त करता है। निर्वाचन आयोग और मतदाताओं के सम्मिलित योगदान से हमारे देश की चुनाव प्रक्रिया को बल मिलता है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे मतदान को राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान समझें और 'राष्ट्र सर्वोपरि'की भावना के साथ मतदान अवश्य करें।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारी चुनाव प्रक्रिया और हमारे लोकतंत्र की बड़ी उपलब्धि है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी लगातार बढ़ रही है।वर्ष 2019 के आम चुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं की तुलना में थोड़ी अधिक थी। यह भी उल्लेखनीय है कि हमारी संसद के इतिहास में पहली बार दोनों सदनों को मिलाकर महिला सांसदों की संख्या सौ के आंकड़े को पार कर गई है। ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक,हमारी बहनें और बेटियां सक्रिय योगदान दे रही हैं। उनकी सक्रियता और संख्या में और अधिक वृद्धि होनी चाहिए।

राष्ट्रपति ने मुख्य निर्वाचनआयुक्त श्री राजीव कुमार से'इलेक्टिंग द फर्स्ट सिटिजन - एन इलस्ट्रेटेड क्रॉनिकल ऑफ इंडियाज प्रेसिडेंशियल इलेक्शन्स'नामक पुस्तक की पहली प्रति प्राप्त की। यह पुस्तक देश में राष्ट्रपति चुनाव की ऐतिहासिक यात्रा की झलकप्रदान करती है।

वर्ष2011 सेभारत निर्वाचनआयोग के स्थापना दिवस,अर्थात 25 जनवरी1950 के उपलक्ष्य में हरवर्ष25 जनवरी को पूरे देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में चुनावी जागरूकता पैदा करना है और उन्हेंचुनाव प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहितकरना है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उपयोग मतदाताओं,विशेष रूप से नए पात्र युवा मतदाताओंका नामांकन सुगम बनानेके लिए भी किया जाता है।

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