भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आयुष्मान भव अभियान के वर्चुअल शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन

राज भवन, गांधीनगर : 13.09.2023

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‘आयुष्मान भव’ जैसी सर्व-समावेशी पहल के लिए मैं डॉक्टर मनसुख मांडविया जी तथा उनकी पूरी टीम की बहुत सराहना करती हूं। कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे तथा कोई भी गांव पीछे न छूटे यानी शत-प्रतिशत लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें, यह लक्ष्य सही अर्थों में Universal Health Coverage के उद्देश्य को प्राप्त करने में हमारे देश को सफल बनाएगा।

हमारी परंपरा में एक बहुत अच्छी प्रार्थना है: ‘सर्वे संतु निरामयाः’ अर्थात सभी लोग रोग-मुक्त रहें यानी स्वस्थ रहें। प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहेगा और प्रत्येक परिवार स्वस्थ रहेगा तो स्वस्थ भारत के निर्माण का संकल्प सिद्ध हो जाएगा। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि इस लक्ष्य को सिद्ध करने के लिए Multi-Ministerial Approach अपनाया गया है। ऐसे बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सब का सहयोग सहायक होता है।

हाल ही में G20 देशों के प्रमुखों का सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। G20 Action Plan 2023 के तहत SDGs को प्राप्त करने की दिशा में विश्व समुदाय द्वारा तेज गति से आगे बढ़ने का Road Map स्पष्ट किया गया है।

भारत सरकार ने SDGs को हासिल करने के लिए Localising SDGs का प्रभावी तरीका अपनाया है। इस पद्धति के तहत ग्रामीण स्तर पर कार्य करने पर जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कई आयामों पर सफलता प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायतों को ‘आयुष्मान ग्राम पंचायत’ घोषित किया जाएगा।

मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता हुई है कि स्वास्थ्य सेवाओं को आखिरी छोर तक पहुंचाने के इस अभियान को ‘सेवा पखवाड़ा’ नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस यानी 17 सितंबर से आरंभ हो कर, यह अभियान 2 अक्टूबर को यानी गांधी जयंती के दिन सम्पन्न होगा। महात्मा गांधी के ‘अन्त्योदय’ के विचार को प्रधानमंत्री जी ने अपनी गतिविधियों में केंद्रीय महत्त्व दिया है। आखिरी गांव के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का ‘आयुष्मान भव’ अभियान, अन्त्योदय के आदर्श से प्रेरित है।

‘आयुष्मान आपके द्वार 3.0’ के तहत सभी लाभार्थियों तक आयुष्मान कार्ड पहुँचाना, सभी ग्राम-वासियों को स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण से जुड़े मुद्दों पर जागरूक बनाने के लिए आयुष्मान सभाओं का आयोजन करना, स्वास्थ्य सेवाओं के समुचित उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए आयुष्मान मेलों का आयोजन करना तथा हर मेडिकल कॉलेज द्वारा सप्ताह में एक बार Community Health Centres के स्तर पर विशेषज्ञों को भेजकर चिकित्सा प्रदान करना, बहुत अच्छे प्रयास हैं। मुझे बताया गया है कि आयुष्मान सभाओं में लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के बारे में समुचित जानकारी दी जाएगी। जन-भागीदारी और जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी से TB जैसी Communicable Diseases, Non-communicable Diseases, तथा Sickle Cell Disease की रोकथाम, उपचार तथा निराकरण के बारे में लोगों को जागरूक बनाया जाएगा। Healthy Child - Healthy Nation की दूरगामी दृष्टि के साथ 18 वर्ष की आयु तक के सभी बच्चों के लिए School Health Screening Programme बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। मैं इन जन-कल्याणकारी प्रयासों की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।

जैसा कि सभी जानते हैं ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। बड़ी सोच और बड़े काम आज के भारत की पहचान है। अनेक क्षेत्रों में नई technology और कार्य-पद्धति को अपनाने में भारत बहुत उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। अभी कुछ ही देर पहले मुझे गुजरात विधान सभा की National e-Vidhan Application का उद्घाटन करने का सुअवसर मिला। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की इस अखिल भारतीय पहल का शुभारंभ भी technology के जरिये virtual mode में किया जा रहा है।

भारत की Digital Economy की विशेष प्रशंसा की जा रही है। इतने बड़े पैमाने पर छोटे शहरों और गांवों के लोगों को Digital Economy से जोड़ने का भारत का उदाहरण पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बन गया है। मुझे बताया गया है कि सितंबर 2021 में ‘Ayushmaan Bharat Digital Mission’ शुरू किया गया था। मुझे विश्वास है कि अन्य क्षेत्रों की तरह स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी भारत digital inclusion के आदर्श प्रस्तुत करेगा।

भारतवासी कुछ भी कर सकते हैं इसका उदाहरण हमारे देश ने COVID की वैश्विक महामारी का सामना करने में पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत किया है। आज से लगभग 105 वर्ष पहले जब एक वैश्विक महामारी ने विश्व समुदाय को आक्रांत किया था तब सबसे बुरा असर भारतवासियों पर हुआ था। परंतु COVID-19 का सामना करने में देशवासियों के धैर्य और साहस, भारत के वैज्ञानिकों की असाधारण क्षमता, डॉक्टरों-नर्सों, अन्य स्वास्थ्यकर्मियों तथा प्रशासन और कुशल नेतृत्व के बल पर भारत ने, न केवल अपनी विशाल आबादी को उस भयानक आपदा से बाहर निकाला बल्कि विश्व के अनेक देशों की भी सहायता की। भारत द्वारा विश्व के इतिहास में सबसे बड़ा vaccination अभियान सम्पन्न करना हमारे देश की आत्म-निर्भरता और दक्षता का अभूतपूर्व उदाहरण है। जन-भागीदारी और सभी stakeholders के सहयोग ने असंभव को संभव कर दिखाया।

मुझे बताया गया है कि आयुष्मान भव अभियान की व्यापक रूपरेखा तैयार की गयी है। National, State, District, Block तथा Village, सभी स्तरों पर भाग लेने वाले मंत्रालयों, संस्थानों, विभागों और व्यक्तियों की भूमिका तय कर दी गयी है। Medical colleges को भी स्वास्थ्य मेलों के आयोजन की ज़िम्मेदारी दी गयी है। प्रधानमंत्री TB-मुक्त भारत अभियान में योगदान देने वाले जिलों, पंचायतों और wards को पुरस्कृत करने की पहल सराहनीय है। इसी प्रकार TB के उन्मूलन में ‘नि-क्षय मित्र’ के रूप में योगदान देने वाले संस्थानों तथा व्यक्तियों को पुरस्कृत करना भी प्रशंसनीय है। ऐसी बहु-स्तरीय और व्यापक भागीदारी के साथ चलाया जाने वाला आयुष्मान भव अभियान अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अवश्य सफल होगा, इसी विश्वास के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं।

धन्यवाद! 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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